कर्मचारियों को सरकार से बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है.
लंबे समय से चर्चा थी कि 8वां वेतन आयोग नहीं आएगा, कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग तक सीमित कर दिया जाएगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार की ओर से कोई माइट्स सामने नहीं आने से सभी कर्मचारियों को ऐसा लगने लगा है.
लेकिन बीते दिनों की बात करें तो 8वें वेतन आयोग को लेकर सरकारी विभागों में चर्चा है. और इसे लागू करने पर विचार किया जा रहा है। जिसके लिए वर्ष 2024 में 8वें वेतन आयोग की योजना बनाई जा सकती है।
8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों को मिलेगी राहत
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 8वें वेतन आयोग के कर्मचारियों को बड़ा फायदा मिलेगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि कोरोना काल के बाद भारत में महंगाई जोरों पर है। जिससे कर्मचारियों को कम वेतन के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर यह चर्चा सच होती है,
तो उम्मीद की जा सकती है कि 8वां वेतन आयोग लागू होने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों (CG Employees) को बड़ी राहत मिल सकती है. यानी उनकी सैलरी में जबरदस्त उछाल आ सकता है. हालांकि अभी इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मूल वेतन कैसे निर्धारित किया जाता है?
वर्तमान में, सातवें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का मूल वेतन (न्यूनतम वेतन सीमा) 18,000 रुपये है। और इस वेतन के लिए फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था।
इसमें हर ग्रेड के कर्मचारियों के लिए एक जैसा फिटमेंट फैक्टर लगाया गया था। जिसका कर्मचारियों ने काफी विरोध किया था।
लेकिन, निर्धारित सीमा से देरी के बावजूद सिफारिशों के मुताबिक इसे लागू कर दिया गया. जबकि तत्कालीन वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली ने खुद स्वीकार किया था
कि केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन तय करने के लिए भी कुछ नए मानकों पर काम किया जाना चाहिए। वर्तमान में संशोधित मूल वेतन की गणना पुराने मूल वेतन पर फिटमेंट फैक्टर के आधार पर की जाती है।
वर्तमान में, सातवें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का मूल वेतन (न्यूनतम वेतन सीमा) 18,000 रुपये है। और इस वेतन के लिए फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था।
इसमें हर ग्रेड के कर्मचारियों के लिए एक जैसा फिटमेंट फैक्टर लगाया गया था। जिसका कर्मचारियों ने पुरजोर विरोध किया।
कि केंद्रीय कर्मचारियों का वेतन तय करने के लिए कुछ नए मानकों पर काम किया जाना चाहिए। वर्तमान में संशोधित मूल वेतन की गणना पुराने मूल वेतन पर फिटमेंट फैक्टर के आधार पर की जाती है।
- चौथा वेतन आयोग
- वेतन वृद्धि 27.6%
- न्यूनतम वेतनमान रु 750
- 5वां वेतन आयोग
- वेतन वृद्धि 31%
- न्यूनतम वेतनमान रु 2,550
- छठा वेतन आयोग (फिटमेंट फैक्टर)
- फिटमेंट फैक्टर 1.86 गुना
- वेतन वृद्धि 54%
- न्यूनतम वेतनमान रु 7,000
- 7वां वेतन आयोग (फिटमेंट फैक्टर)
- फिटमेंट फैक्टर 2.57 गुना
- वेतन वृद्धि 14.29%
- न्यूनतम वेतनमान रु 18,000
- 8वां वेतन आयोग (फिटमेंट फैक्टर)
- फिटमेंट फैक्टर 3.68 गुना संभव
- वेतन वृद्धि
- न्यूनतम वेतनमान संभव रु 26000